राजा हम्मीर देव चौहान ने क्षत्रिय धर्म निभाते हुए शरण में आए सैनिकों को वापस न लौटाकर अलाउद्दीन खिलजी से ऐतिहासिक युद्ध लड़ा – जानिए शौर्य और धर्म का ऐतिहासिक इतिहास ।
राजस्थान – एक ऐसा भूभाग जहाँ रेत के कणों में इतिहास की गूंज है, हवाओं में राजपूताना शौर्य की महक है, और दिलों में अतिथि के लिए स्वर्णिम आदर भाव। इस धरती पर “पधारो म्हारे देश” केवल
महान योद्धा व सेनानायक वीर दुर्गादास जी राठौड़, जिन्होंने 30 वर्षों तक औरंगज़ेब के विरुद्ध संघर्ष करते हुए महाराजा अजीतसिंहजी को मारवाड़ की राजगद्दी दिलवा ही दी, जानिए कैसे ?
जानिए तनोट माताजी के चमत्कारों की सच्ची घटनाएं , जो भारत-पाक बॉर्डर पर माँ शक्ति के दिव्य रूप में हमारी सेना के लिए बनीं रक्षाकवच। एक ऐसा मंदिर जहाँ बम भी निष्क्रिय हो जाते हैं।
महाराणा हम्मीर मेवाड़ के वीर शासक, जिन्होंने दिल्ली सुल्तान मोहम्मद बिन तुगलक को हराकर 6 महीने तक बंदी बनाया। जानिए उनके शौर्य , चित्तौड़ विजय और सिंगोली के युद्ध की कहानी, जो भारतीय इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है।
महाराज शक्तिसिंह जी की जयंती: चित्तौड़गढ़ की ऐतिहासिक धरती पर 27 मई 2025 को मेवाड़ के वीर योद्धा महाराज शक्तिसिंह जी की 483वीं जयंती के उपलक्ष में इन्दिरा प्रियदर्शिनी ऑडिटोरियम में गरिमामयी आयोजन समपन्न हुआ,